रायसीना-डायलॉग-Raisina-Dialogue
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रायसीना डायलॉग (Raisina Dialogue) क्या है ?

रायसीना डायलॉग (Raisina Dialogue)

रायसीना डायलॉग भू-राजनीति और भू-अर्थशास्त्र पर एक वार्षिक सम्मेलन है, जिसका आयोजन भारत के विदेश मंत्रालय और भारत में स्थित थिंक-टैंक ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन द्वारा किया जाता है। सम्मेलन नई दिल्ली में होता है और अंतरराष्ट्रीय संबंधों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए दुनिया भर के नीति निर्माताओं, विशेषज्ञों और शिक्षाविदों को एक साथ लाता है।

इतिहास और पृष्ठभूमि

पहला रायसीना डायलॉग 2016 में आयोजित किया गया था और तब से यह एशिया में वैश्विक मामलों पर सबसे महत्वपूर्ण सम्मेलनों में से एक बन गया है। सम्मेलन का नाम रायसीना हिल के नाम पर रखा गया है, जो नई दिल्ली में राष्ट्रपति महल का स्थान है। रायसीना हिल विदेश मंत्रालय सहित कई महत्वपूर्ण सरकारी भवनों का भी घर है।

रायसीना डायलॉग का उद्देश्य वैश्विक मुद्दों पर चर्चा के लिए एक मंच प्रदान करना और वैश्विक चिंता के मुद्दों पर रणनीतिक सोच को बढ़ावा देना है। सम्मेलन सुरक्षा, अर्थशास्त्र, प्रौद्योगिकी और संस्कृति जैसे मुद्दों पर विचारों और दृष्टिकोणों का आदान-प्रदान करने के लिए दुनिया भर के नीति निर्माताओं, विशेषज्ञों और शिक्षाविदों को एक साथ लाता है।

संवाद के उद्देश्य

रायसीना संवाद का उद्देश्य निम्नलिखित उद्देश्यों को प्राप्त करना है:

  • वैश्विक मुद्दों पर चर्चा के लिए एक मंच प्रदान करना।
  • वैश्विक चिंता के मुद्दों पर रणनीतिक सोच को बढ़ावा देना।
  • दुनिया भर के नीति निर्माताओं, विशेषज्ञों और शिक्षाविदों के बीच बातचीत को सुविधाजनक बनाने के लिए।
  • वैश्विक मामलों में भारत की भूमिका को बढ़ावा देना और इसकी विदेश नीति की प्राथमिकताओं को उजागर करना।
  • वैश्विक शासन ढांचे के विकास में योगदान करने के लिए।

विषय-वस्तु और विषय

प्रत्येक वर्ष, रायसीना संवाद एक विशेष विषय पर केंद्रित होता है जो वर्तमान वैश्विक स्थिति को दर्शाता है। सम्मेलन में विषय से संबंधित विभिन्न विषयों पर पूर्ण सत्र, समानांतर सत्र और विशेष सत्र होते हैं।

रायसीना संवाद के विषयों में शामिल हैं:

  • विघटनकारी बदलाव का प्रबंधन: विचार, संस्थाएं और मुहावरे (Managing Disruptive Change: Ideas, Institutions and Idioms) (2016)
  • नया सामान्य: बहु-ध्रुवीयता के साथ बहुपक्षवाद (The New Normal: Multilateralism with Multi-Polarity) (2017)
  • अनिश्चितता का प्रबंधन: एक नया सामान्य (Managing Uncertainty: A New Normal) (2018)
  • ए वर्ल्ड रिऑर्डर: न्यू जियोमेट्रीज; तरल भागीदारी; अनिश्चित परिणाम (A World Order: New Geometries; liquid partnership; inconclusive result) (2019)
  • अल्फा सेंचुरी को नेविगेट करना (Navigating the Alpha Century) (2020)
  • ViralWorld: प्रकोप, बाहरी कारक और नियंत्रण से बाहर (ViralWorld: Outbreaks, external factors and out of control) (2021)

प्रारूप

रायसीना संवाद तीन दिवसीय सम्मेलन है जिसमें पूर्ण सत्र, समानांतर सत्र और विशेष सत्र शामिल हैं। पूर्ण सत्र सुबह आयोजित किए जाते हैं और सम्मेलन के मुख्य विषय पर चर्चा करने के लिए सभी प्रतिभागियों को एक साथ लाते हैं। समानांतर सत्र दोपहर में आयोजित किए जाते हैं और मुख्य विषय से संबंधित विशिष्ट विषयों पर केंद्रित होते हैं। विशेष सत्र आम तौर पर शाम को आयोजित किए जाते हैं और इसमें प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों द्वारा मुख्य भाषण और पैनल चर्चा की सुविधा होती है।

प्रतिभागियों

रायसीना संवाद नीति निर्माताओं, विशेषज्ञों और शिक्षाविदों सहित दुनिया भर के प्रतिभागियों को आकर्षित करता है। सम्मेलन में सरकारों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, थिंक-टैंकों और मीडिया संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सम्मेलन में राज्य के प्रमुखों, विदेश मंत्रियों और रक्षा मंत्रियों सहित उच्च-स्तरीय सरकारी अधिकारियों ने भाग लिया है।

निष्कर्ष

रायसीना डायलॉग वैश्विक मुद्दों पर चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बन गया है और इसने वैश्विक शासन ढांचे के विकास में योगदान दिया है। सम्मेलन वैश्विक चिंता के मुद्दों पर विचारों और दृष्टिकोणों का आदान-प्रदान करने के लिए नीति निर्माताओं, विशेषज्ञों और शिक्षाविदों के लिए एक मंच प्रदान करता है। प्रत्येक गुजरते साल के साथ, रायसीना डायलॉग कद में बढ़ रहा है, और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर वैश्विक संवाद को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है।

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