भारतीय रेल के बारे में महत्‍वपूर्ण तथ्‍य

Important facts about Indian Railways

भारतीय रेलवे को 17 जोन और लगभग 73 उप-विभागीय क्षेत्रीय मुख्यालयों में विभाजित किया गया है। उत्तर ज़ोन भारतीय रेलवे का सबसे बड़ा जोन है।

भारत में तीन प्रकार की रेल लाइनें हैं:-
1. ब्रॉड गेज
2. मीटर गेज
3. नैरो गेज।

भारतीय रेल के बारे में महत्‍वपूर्ण तथ्‍य (Important facts about Indian Railways)

☛ 16 अप्रैल, 1853 को भारत में पहली ट्रेन लॉर्ड डलहौजी के समय में बॉम्बे से थाणे के बीच (34 किलोमीटर) चली थी।

☛ भारतीय रेलवे का राष्ट्रीयकरण 1950 में हुआ था और वर्तमान में यह एशिया का सबसे बड़ा और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है।

☛ दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे जो पतली गेज की एक बहुत पुरानी रेल व्यवस्था है उसे यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत घोषित किया गया है। यह रेल अभी भी डीजल से चलित इंजनों द्वारा खींची जाती है। आजकल यह न्यू जलपाईगुड़ी से सिलीगुड़ी तक चलती है। इस रास्ते में सबसे ऊँचाई पर स्थित स्टेशन घूम है।

☛ लाइफ लाईन एक्सप्रेस भारतीय रेल की चलंत अस्पताल सेवा जो दुर्घटनाओं एवं अन्य स्थितियों में प्रयोग की जाती है।

☛ पीर पंजाल रेल सुरंग या बनिहाल रेल सुरंग एक 11.215 किमी (7 मील) लम्बी रेल सुरंग है जो भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के बनिहाल क़स्बे से उत्तर में हिमालय की पीर पंजाल पर्वतमाला से निकलती है। यह भारत की सबसे लम्बी रेल सुरंग है और एशिया की चौथी सबसे लम्बी। जापान की 53.85 किमी लम्बी सेइकान सुरंग (Seikan Tunnel), चीन की 28 किमी लम्बी ताइहांग सुरंग (Taihang Tunnel) और चीन ही की 21 किमी लम्बी लुलियांगशान सुरंग (Luliangshan Tunnel) इस से लम्बी हैं।

☛ गोरखपुर (भारत) रेलवे स्टेशन का प्लेटफॉर्म दुनिया का सबसे लम्बा रेलवे प्लेटफॉर्म है, जिसकी लम्बाई 1380 मीटर है। इसके पहले खड़गपुर पहले पायदान पर था, जिसके प्लेटफॉर्म की लम्बाई 1072.5 मीटर है।

☛ भारत का सबसे लम्बा रेल मार्ग डिब्रुगढ़ से कन्याकुमारी का है जिसकी लम्बाई 4233 किमी0 (लगभग) की है।

☛ गतिमान एक्सप्रेस एक अर्द्ध तेज गति से चलने वाली रेलगाड़ी है जो भारत में दिल्ली और आगरा के बीच चलती है। यह 160 किमी प्रति घंटा (99 मील प्रति घंटा) की गति से चलती है और भारत की सबसे तेज़ रेलगाड़ी है। यह रेलगाड़ी एक तरफ जाने में 188 किलोमीटर दूरी तय करती है जिसमें 100 मिनट का समय लेती है। इससे पहले भारत की सबसे तेज रेलगाड़ी भोपाल शताब्दी के रूप में 150 किमी / प्रति घंटा की गति से थी।

रेल ईंजन निर्माण केंद्र:-

► चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स, चितरंजन (विद्युत इंजन)

► डीजल लोकोमोटिव वर्क्स, वाराणसी (डीजल इंजन)

► डीजल कम्पोनेट वर्क्स, पटियाला (डीजल इंजन के पूर्जे)

► टाटा इंजीनियरिंग एंड लोकोमोटिव कम्पनी लिमिटेड, चितरंजन (डीजल इंजन)

► डीजल लोकोमोटिव कंपनी, जमशेदपुर (डीजल इंजन)

► भारत हैवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड, भोपाल (डीजल इंजन)

रेल डिब्बे निर्माण केंद्र:-

► इंटीग्रल कोच फैक्ट्री पैराम्बूर (चेन्नई) बी.जी.डिब्बा निर्माण

► रेल कोच फैक्ट्री, कपूरथला (पंजाब) बी.जी. डिब्बा निर्माण

► चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स, चितरंजन

► भारत अर्थमूवर्स लिमिटेड बेंगलुरु (कर्नाटक)

► जेसफ़ एंड कंपनी लिमिटेड, कोलकाता (पं.बंगाल)

► व्हील एंड एक्सेल, बेंगलुरु (कर्नाटक)

रेलवे प्रशिक्षण केंद्र:-

► इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ मेकेनिकल एंड इलिक्ट्रोनिक, इंजीनियरिंग, जमालपुर।

► रेलवे स्टाफ कालेज, बड़ौदा

► इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ सिग्नल इंजीनियरिंग एंड हेली कम्यूनिकेशन, सिकंदराबाद।

► इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ सिविल इंजीनियरिंग, पुणे

► इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, नासिक।

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